ज़हर
Muzaffarpur Bihar India, April 8, 2025, 6 p.m.पिया था ज़हर बरसों पहले दवा समझकर,
अब तो कोई इसकी असर कम करवा दो।
टूट चुके हैं अब तो साँसों के वज़न से,
कोई हमें उसकी यादों से अलग करवा दो!।
हमने इश्क़ को इबादत समझा था कभी,
अब कोई उस मज़हब से हमें अलग करवा दो।
~ निराश
